Shahrukh khan wankhede stadium fight: आईपीएल सीजन 18 का फैंस बेसब्री से इंतजार का रहे हैं. 2 महीनों तक चलने वाली दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग 22 मार्च से शुरू हो रही है. टीमों पर प्रतिबंध से लेकर मैदान पर खिलाड़ियों के बीच लड़ाई, आईपीएल इतिहास में अभी तक कई विवाद हुए हैं. इनमें एक विवाद केकेआर टीम के मालिक शाहरुख खान का है, जब वह वानखेड़े स्टेडियम में सुरक्षाकर्मी से भिड़ गए थे. इसके बाद उन पर इस स्टेडियम में घुसने पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था.
शाहरुख़ मुंबई में रहते हैं और यहां के क्रिकेट स्टेडियम वानखेड़े का नाम लिया जाता है तो आईपीएल में उनका इस स्टेडियम में हुआ विवाद भी याद आता है. 2012 में किंग खान की सुरक्षा गार्ड के साथ लड़ाई हुई थी, जिसके बाद शाहरुख़ खान पर इस स्टेडियम में आने पर 5 साल का प्रतिबन्ध लगा दिया गया था.
शाहरुख़ खान पर लगे थे ये आरोप
आईपीएल 2012 के दौरान एक मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने मुंबई इंडियंस को हराया था, ये मैच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था. मैच के बाद एक सुरक्षाकर्मी को गुस्से में इशारा करते शाहरुख को देखा गया, जो कैमरा में कैद हो गया.
एमसीए अधिकारियों ने केकेआर टीम के मालिक शाहरुख खान पर खेल के बाद खेल के मैदान में चलने की कोशिश करने का आरोप लगाया. अधिकारियों ने उनके खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत भी लिखवाई. उनका आरोप था कि शाहरुख़ खान नशे में थे और अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार किया. इसके बाद शाहरुख़ खान पर स्टेडियम में घुसने पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया गया.
वानखड़े स्टेडियम में एंट्री पर शाहरुख़ खान पर लगा था 5 साल का प्रतिबंध
उस समय एमसीए अध्यक्ष विलासराव देशमुख ने प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा था कि चाहे कोई भी हो, नियमों का उल्लंघन होगा तो कार्यवाही होगी फिर चाहे व्यक्ति कितना ही बड़ा हो. उन्होंने कहा था, उचित मान्यता के बिना वह मैदान के अंदर कैसे जा सकता है? यहां तक कि मैं भी प्रेजेंटेशन समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किए जाने पर मैदान के अंदर नहीं जा सकता.”
वानखेड़े स्टेडियम में घुसने पर लगे 5 साल के प्रतिबंध को 3 साल बाद हटा लिया गया था. शाहरुख़ खान ने आप की अदालत शो में बताया था कि उन्हें सुरक्षाकर्मी द्वारा बोले गए एक शब्द से गुस्सा आ गया था.
उन्होंने कहा था कि, “मेरे बच्चे वहां थे, मुझे लगा कि कोई उनका नियम है कि कहा हटाओ यहां से. मैंने उनसे कहा कि ये मेरे बच्चे हैं और हम इन्हे ले जा रहे हैं. इस दौरान उनमें से एक ने ऐसा शब्द बोलै जो दिल्ली वाला होने के नाते मुझे गाली भरा शब्द लगा. मराठी में भी वह शब्द अच्छा नहीं था, थोड़ा सा धार्मिक और गलत था. मैंने अपना आप खो दिया, मैं पागल हो गया और उसे मारने गया.’
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